atal bihari vajpayee

अटल बिहारी वाजपेयी ने बीजेपी को पहुंचाया शून्य से शिखर तक

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का देहांत 16 अगस्त 2018 को एम्स में शाम के 5 बजकर 5 मिनट पर हो गया । किडनी और यूरिन में संक्रमण की वाहन से उनकी देहांत हो गयी। उनका जन्म 25 दिसम्बर 1924 में मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। उन्होंने स्नातक तक कि पढ़ाई ग्वालियर से ही कि, फिर कानपुर से उन्होंने राजनीति शास्त्र से एम०ए० किया।

वाजयेपी जी एक कवि, पत्रकार के साथ साथ एक प्रखर वक्ता भी थे। जिसके परिणाम स्वरूप है कि आज वो मर कर भी अमर हैं।

कमल खिलाने में वाजयेपी का रहा बड़ा हाथ

देश में आज बीजेपी की जो स्थिति है वह वाजपेयी जी की ही देन है। राजनीतिक इतिहास में भाजपा ने जब एंट्री की थी तो उस समय शायद ही किसी ने भी सोचा होगा कि एक दिन पार्टी देश के आधे हिस्से में सत्ता संभालेगी। बीजेपी को शून्य से शिखर तक पहुंचाने में इनकी सबसे अहम भूमिका रही।

जनसंघ, जनता पार्टी और बाद में बीजेपी की नींव रखने वाले चेहरों में से एक नाम अटल बिहारी वाजपेयी का भी है। 6 अप्रैल 1980 को एक राजनीतिक दल के रुप में बीजेपी का गठन हुआ। पहले लोकसभा चुनाव में भाजपा को महज दो सीटें ही मिली थी। उस वक्त इन्होंने कहा था, ‘अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा’ और आज उनकी कही बात सामने है। मौजूदा समय में केंद्र की सत्ता से लेकर देश की 20 राज्यों में बीजेपी की सरकारें हैं।

तीन बार बने देश के पीएम

वाजपेयी 1996 से लेकर 2004 तक 3 बार प्रधानमंत्री बने। 1996 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और वाजपेयी पहली बार प्रधानमंत्री बने। हालांकि उनकी सरकार 13 दिनों में संसद में पूर्ण बहुमत हासिल नहीं करने के चलते गिर गई। 1998 के दोबारा लोकसभा चुनाव में पार्टी को ज्यादा सीटें मिली और कुछ अन्य पार्टियों के सहयोग से वाजपेयी जी ने एनडीए का गठन किया और वे फिर प्रधानमंत्री बने। यह सरकार 13 महीनों तक चली, लेकिन बीच में ही जयललिता की पार्टी ने सरकार का साथ छोड़ दिया। जिसके चलते सरकार गिर गई। 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी फिर से सत्ता में आई और इस बार वाजपेयी ने अपना कार्यकाल पूरा किया।

नेहरु जी ने कहा था, यह व्यक्ति होगा एक दिन देश का पीएम

1957 में वाजपेयी जी पहली बार बलरामपुर संसदीय सीट से चुनाव जीतकर राज्यसभा के सदस्य बने। वाजपेयी जी के असाधारण व्यक्तित्व को देखकर उस समय के वर्तमान प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि आने वाले दिनों में यह व्यक्ति जरूर प्रधानमंत्री बनेगा।

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