गयाधाम में पंडे कोरोना पीड़ितों की आत्मा की शांति के लिए कर रहे पूजा-प्रार्थना

गयाधाम में पंडे कोरोना पीड़ितों की आत्मा की शांति के लिए कर रहे पूजा-प्रार्थना

गयाधाम के पंडे धार्मिक परंपरा का निर्वहन करने के साथ-साथ देश के लोगों के प्रति भी अपनी जिम्मेवारी बखूबी निभा रहे हैं। एक तरफ जहां हर दिन एक पिंड की परंपरा का निर्वहन करते हुए पिंडदान कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कोरोना के वायरस के शिकार हुए लोगों की आत्मा की शांति के लिए विष्णुचरण की पूजा कर रहे हैं।

पिंडदान के बाद कोरोना की चपेट आकर जान गंवाने वाले देश भर के लोगों के लिए ब्रह्मलोक की कामना कर रहे हैं। तीर्थ पुरोहित भगवान विष्णुचरण पर पिंड अर्पित कर गयासुर राक्षस के भगवान विष्णु से मांगे गए वरदान को पूरा करने के साथ ही वैश्विक महामारी बना कोविड-19  से मुक्ति की कामना भी कर रहे हैं।

गयापाल विनोद लाल भैया ने पिंडदान के बाद विष्णुचरण को नमन किया

गयाधाम की वर्षों की परंपरा ‘एक पिंड एक मुंड’ का निर्वहन करते हुए बुधवार को गयापाल विनोद लाल भैया ने पिंडदान किया। पत्नी सुषमा देवी के साथ पिंडदान के बाद कोरोना वायरस के शिकार हुए लोगों की आत्मा की शांति के लिए विष्णुचरण की पूजा कर प्रार्थना की। पिंडदान के बाद गयापाल विनोद लाल भैया ने कहा कि कोरोना वायरस से जल्द से जल्द मुक्ति की कामना कामना भी की। पंडित मुरली आचार्य जी ने पिंडदान कराया।

कोरोना वायरस के शिकार हुए देशभर के लोगों के लिए विष्णुपद में हो रही प्रार्थना

श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य व गयापाल शंभू लाल विट्ठल ने बताया कि शास्त्रों व पुराणों में हर दिन एक मुंड एक पिंड का विधान जरूरी बताया गया है।  लॉकडाउन में विष्णुपद मंदिर बंद है। बाहर से कोई तीर्थयात्री यहां नहीं आ रहे हैं।  गयाधाम की महत्ता को कायम रखते हुए परंपरा के अनुसार हर दिन कोई एक गयापाल विष्णुचरण पर पिंड अर्पित कर रहे हैं। साथ ही कोरोना वायरस की चपेट में आकर जान गंवाए लोगों की आत्मा की शांति के साथ इस महामारी से जल्द से जल्द मुक्ति की कामना कर रहे हैं।

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