जमालपुर रेलवे इंस्टीट्यूट को दूसरी जगह ले जाने की खबर भ्रामक- सुशील मोदी

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को कहा कि मुंगेर जिला के जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को यहां से हटाकर लखनऊ ले जाने की खबर भ्रामक व बेबुनियाद है।

सुशील ने कहा कि रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस संबंध में पत्र लिखा है जिसका वे अविलंब जवाब देकर वस्तुस्थिति स्पष्ट करेंगे। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री ने कहा है कि भारत सरकार ने तो जमालपुर इंस्टीट्यूट को बड़ौदा के रेलवे व ट्रांसपोर्ट विश्वविद्यालय के कैम्पस के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है, जहां रेलवे से जुड़े मैकेनिकल व इंजीनियरिंग के छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। गौरतलब है कि 1888 में स्थापित इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (IRIMEE) संस्थान देश का सबसे पुराना इंस्टीट्यूट है, जहां भारतीय रेल के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाता है।

बिहार के मंत्री ने इस मामले पर किया था ट्वीट

इससे पहले बुधवार को ही बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री संजय झा ने इस मुद्दे पर एक के बाद एक कई ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि मुंगेर के जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग को शिफ्ट करने का 24 अप्रैल को जारी हुए आदेश का बिहार कड़ा विरोध करता है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेल मंत्री पीयुष गोयल से मामले को लेकर हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।

अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 1 मई को रेल मंत्री पीयूष गोयल एक पत्र लिखकर इस फैसले को तुरंत वापस लेने का आग्रह किया है। इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग रेलवे और बिहार की समृद्ध विरासत का प्रतिनिधित्व करता है। बिहार के साथ इसके महान ऐतिहासिक जुड़ाव को मजबूत करने की जरूरत है और इसे अलग नहीं किया जाना चाहिए। हालांकि अब इस मामले पर बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने बयान देकर जमालपुर रेलवे इंस्टीट्यूट को दूसरी जगह ले जाने की खबर को भ्रामक करार दिया है।

(भाषा से इनपुट के साथ)

Facebook Comments