मुजफ्फरपुर जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना के गन्नीपुर स्थित आईटीआई कॉलेज के प्रशासनिक भवन के सामने शुक्रवार की सुबह एक महिला का शव मिला। मृतका की पहचान केदारनाथ रोड निवासी दवा व्यवसायी ब्रजेश कुमार सिंह की पत्नी प्रियंका कुमार (38) के रूप में हुई। पति व परिजनों ने हत्या की आशंका जतायी है। प्रियंका के गले से सोने की चेन व कान की बाली गायब होने का दावा किया। आक्रोशित परिजनों ने आईटीआई कॉलेज कैंपस में तोड़फोड़ भी की।

इसकी सूचना पर सिटी एसपी राजेश कुमार, नगर डीएसपी रामनरेश पासवान, क्यूआरटी और पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस बल कॉलेज परिसर पहुंचा। सिटी एसपी के समझाने और कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजन शांत हुए। दोपहर 12 बजे शव को काजी मोहम्मदपुर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फिलहाल, पुलिस ने आईटीआई कॉलेज के एक गार्ड को हिरासत में लिया है, जबकि तीन अन्य गार्ड मौके से गायब हैं। पुलिस ने कॉलेज प्रशासन से उन गार्डों की डिटेल मांगी है।

सिटी एसपी राजेश कुमार ने बताया कि महिला के शरीर पर कोई जख्म या निशान नहीं मिला हैं। हत्या व आत्महत्या के अलावा अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है। एफएसएल से जांच कराई जा रही है। इससे पहले शव मिलने की सूचना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई। उसके परिजन भी सोशल मीडिया पर सूचना मिलने के बाद पहुंचे।

तीन दिन पहले ननद के घर आयी थी प्रियंका

तीन दिन पहले प्रियंका गन्नीपुर स्थित बुद्धा कॉलोनी में अपनी ननद प्रतिमा के घर आयी थी। ननद ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार की सुबह भाभी मॉर्निंग वॉक के लिए साढ़े पांच बजे निकली थी। सुबह आठ बजे तक नहीं लौटी तो सभी चिंतित हो गए। ब्रजेश कुमार सिंह को कॉल कर इसकी जानकारी दी। इसके बाद सभी खोजबीन में जुटे। इस बीच सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि एक महिला का शव आईटीआई में मिला है।

जांच के दौरान पुलिस ने प्रियंका की बांयी हथेली पर कुछ लिखा हुआ पाया। ब्लू स्याही से लिखा था कि ‘मैं अपनी मौत की जिम्मेवार हूं। मेरे बैग में एक डायरी है। उसे देख लीजिएगा, निशांत जी और डॉली जी की शादी करा दीजिएगा।’ पुलिस का कहना है कि लिखवाट प्रियंका की है या किसी और की, इसका पता लगाया जा रहा है। इसकी जांच राइटिंग एक्सपर्ट से कराई जाएगी। महिला के बैग की भी तलाशी ली जाएगी।

गार्ड से पूछकर कॉलेज के बाथरूम में गई थी

पुलिस छानबीन कर रही थी, तभी कॉलेज के गार्ड शत्रुघ्न पर नजर पड़ी। वह भीतर से सब देख रहा था। थानेदार को संदेह हुआ तो उन्होंने उसे बुलाया व पूछताछ शुरू की। उसने थानेदार को बताया कि महिला मॉर्निंग वॉक कर रही थी। इस दौरान बाथरूम जाने की बात कह कॉलेज के अंदर आ गई। बाथरूम में घुसने के बहुत देर तक बाहर नहीं निकली। उनलोगों को शक हुआ। फिर वे बाथरूम में पहुंचे तो देखा कि वह बाथरूम में गिरी हुई थी और अचेतावस्था में थी। कपड़े व हाथ पानी से भींगे थे।

चल रही थी सांस, घसीटकर बाहर निकाला

पुलिस को गार्ड शत्रुघ्न ने बताया कि उसके अलावा तीन और गार्ड ड्यूटी पर थे। महिला के गिरे होने की जानकारी उन लोगों को भी दी और तुरंत बुलाया। इसके बाद प्रियंका को बाथरूम से घसीटकर बाहर निकला। उस वक्त तक उसकी सांस चल रही थी। गार्ड ने बताया कि बाथरूम में प्रियंका के गिरने या चीखने की कोई आवाज नहीं आयी। इसके बाद कुछ समझ में नहीं आया। तबतक उसकी सांस बंद हो गई। सभी गार्ड घबराकर कॉलेज के अंदर चले गए।

पुलिस ने ली कमरे की तलाशी, नहीं मिली डायरी

नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि महिला की हथेली पर लिखी जानकारी के आधार पर छानबीन की गई। केदारनाथ रोड और गन्नीपुर स्थित आवास पर कमरे की तलाशी की गई, लेकिन बैग से किसी तरह की डायरी नहीं मिली। निशांत और डॉली  कौन है, इसकी भी जानकारी ली जा रही है। प्रियंका के ससुराल व मायके में इस नाम से कोई नहीं है। प्रियकां की शादी को 16 साल से अधिक हो गए हैं। एक बेटा और बेटी है। पति पहले एमआर थे। अब दवा एजेंसी घर से चलाते हैं। ब्रजेश मूल रूप से पारू के रहने वाले हैं। उनका ससुराल कांटी के हरदासपुर में है। ससुराल पक्ष गन्नीपुर में रहता है।

कॉलेज के सीसीटीवी मिले खराब, परिजनों का बयान नहीं

पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। डॉक्टर ने मौत की वजह का सुराग जानने को विसरा को सुरक्षित रख लिया है। मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला गया। हालांकि, कॉलेज के कई कैमरे खराब भी मिले। जा रहा है। पुलिस ने संदेह के आधार पर हिरासत में लिए गए गार्ड से पूछताछ कर रही है। फिलहाल, पीड़ित परिवार का बयान नहीं हो सका है।

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