भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के विकास आयुक्त द्वरारा 2018 के लिए हस्तशिल्प कलाओं के लिए नेशनल अवार्ड और नेशनल मेरिट अवार्ड की घोषणा कर दी गई है। बिहार के लिए खुशखबरी है कि बिहार से जुड़े छह कलाकारों को इन दोनों श्रेणियों के पुरस्कारों के लिए चयनित किया गया है।

इनमें उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना के मेटल क्रॉफ्ट के प्रशिक्षक इकराम हुसैन (मूलत: यूपी निवासी) और सेरामिक शाखा के प्रशिक्षक पिंटू प्रसाद का चयन नेशनल मेरिट अवार्ड के लिए हुआ है। बिहार के नवादा जिले के कउआकोल स्थित भौरमबाग निवासी पद्मश्री ब्रह्मदेव पंडित के पुत्र अभय पंडित को भी नेशनल अवार्ड के लिए चुना गया है।

बिहार की मशहूर मिथिला चित्रकला के तीन कलाकारों को भारत सरकार ने नेशनल मेरिट अवार्ड से नवाजने का फैसला किया है। इनमें जितवारपुर की सुनीता दत्ता और दिलीप कुमार पासवान तथा रसीदपुर की बेटी और अब दिल्ली में रह रहीं प्रेमलता कुमारी शामिल हैं। उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि यह बिहार के हस्तशिल्पियों के लिए गौरव का पल है। राज्य से जुड़े छह कलाकारों को नेशनल अवार्ड मिलना राज्य की बड़ी उपलब्धि है।

72 कलाकारों की सूची जारी की गई

भारत सरकार के टेक्सटाइल मिनिस्ट्री ने 2018 के पुरस्कारों की घोषणा करते हुए दस शिल्प गुरु, 22 नेशनल अवार्ड और 40 नेशनल मेरिट अवार्ड-2018 के लिए चयनित कुल 72 कलाकारों की सूची सार्वजनिक की है। इसमें से पांच बिहार के मूल निवासी जबकि एक की कर्मस्थली बिहार है। पुरस्कारों के लिए कलाकारों ने अपनी कृतियां वस्त्र मंत्रालय को भेजी थी। इकराम हुसैन अफ्तावा, प्लट और ज्वेलरी बॉक्स के लिए नेशनल अवार्ड के लिए चुने गए।

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