Mukesh Singh killed in encounter between police and criminals

पटना में अपराधियों ने पीछे से किया वार, शहीद हुए मुकेश सिंह

पटना : रामकृष्णानगर थाना क्षेत्र के पटना सेंट्रल स्कूल के सामने अंडरपास के मुंहाने पर पुलिस व अपराधियों के बीच मुठभेड़ में मारे गये मुकेश सिंह 2007 बैच के सिपाही थे। वे आरा जिले के अगरसंडा बेहरा गांव के मूल निवासी थे।  पटना रंगदारी सेल के क्यूआरटी में उनकी तैनाती थी।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक जानीपुर के एक हत्याकांड में अभियुक्त उज्ज्वल नाम का अपराधी और उसके गैंग के अन्य साथियों के रामकृष्णानगर में एकत्रित होने की सूचना मिली थी। एसएसपी के मुताबिक अपराधियों को पकड़ने के लिए दो पुलिस पदाधिकारियों के साथ नौ सदस्यीय टीम को भेजा गया था। इस दौरान पटना सेंट्रल स्कूल के सामने अंडरपास के पास अपराधियों के होने की जानकारी मिली।

पुलिस ने आगे से घेराबंदी किया। अंडरपास से बाइक से निकल रहे दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने पुलिस को देखते ही हवाई फायरिंग शुरू कर दी। इस पर सिपाही मुकेश ने एक अपराधी को पकड़ लिया। लेकिन पीछे से आ रहे दो अन्य अपराधियों ने मुकेश को गोली मार दी। उज्ज्वल समेत तीन अपराधी भागने में सफल रहे। मुकेश को बाईपास स्थित निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गयी।

मुकेश की मौत से परिवार में पसरा मातम

मुकेश की मौत होने की खबर उसके परिवार वालों को जैसे ही मिली परिवार में मातम पसर गया।

अनिसाबाद में पुलिस के सरकारी क्वार्टर में रहने वाले मुकेश की पत्नी और बच्चों के बीच चीख पुकार मच गयी। वहीं मुकेश का भाई अनिसाबाद क्वार्टर पर मौजूद था। वह तत्काल बाईपास स्थित अस्पताल पहुंचा जहां पर मुकेश की लाश रखी हुई थी।

एसएसपी ने उसे ढांढस बंधाया और परिवार को समझाने के लिए कहा। वह अनिसाबाद अपने भाई के परिवार के पास चला गया। एसएसपी ने परिवार वालों से भी मुलाकात कर भरोसा दिलाया है कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा। वहीं मामले में रामकृष्णानगर थाने में सात अपराधियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गयी है। अछैवर सिंह के आवेदन पर मामला दर्ज किया है। इसमें उज्ज्वल समेत अन्य शामिल हैं।

गैलेंट्री के लिए भेजा जायेगा शहीद मुकेश का नाम

एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि मुकेश ने बहुत ही बहादुरी का काम किया है। अपराधियों ने कायरता का परिचय देते हुए पीछे से वार कर दिया। मुकेश की शहादत बेकार नहीं जायेगी। अपराधियों को जल्द ही सबक सिखाया जायेगा।

वहीं मुकेश को गैलेंट्री के लिए अनुशंसा के साथ नाम भेजा जायेगा। इसके अलावा एसएसपी ने पुलिस एसोसिएशन से बात की और सभी पुलिसकर्मियों की एक दिन की सैलरी काट कर मुकेश के परिवार वालों को देने का फैसला किया गया है। इसके अलावा अन्य सहयोग किया जायेगा।

पुलिस की लापरवाही पर उठ रहे सवाल

पुलिस और अपराधी के बीच हुए मुठभेड़ की इस घटना को लेकर पुलिस महकमे में ही लोग सवाल उठाने लगे हैं। एसएसपी का दावा है कि नौ सदस्यीय टीम अपराधियों को पकड़ने के लिए गयी थी। लेकिन, सूत्रों कि मानें तो तीन पुलिसकर्मी लाइनर के साथ मौके पर गये थे।

इसलिए अपराधी सिपाही को गोली मारकर भागने में सफल हो गये। वहीं सूत्राें का कहना है कि अपराधी आर्मी गेटअप (आर्मी का चितकबरा जैकेट) में थे इसलिए कन्फ्यूजन भी हुआ। पुलिस सामने गोली चलाने में पहले हिचकती रही वहीं अपराधी पब्लिक की भीड़ में घुसते हुए फायरिंग करते हुए फरार हाे गये। पुलिस की इस लापरवाही व बिना तैयारी के अपराधियों की घेराबंदी किये जाने से अंदर खाने काफी नाराजगी है।

अपराधी-पुलिस मुठभेड़ पर एक नजर

  • वर्ष 2018 में पुलिस व अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई थी और अपराधी अमित सिंह को बिहटा इलाके से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
  • वर्ष 2017 में पंडारक में रामजन्म यादव गिरोह के साथ पुलिस की घंटों मुठभेड़ हुई थी और कई अत्याधुनिक हथियार की बरामदगी की गयी थी।
  • वर्ष 2014 में मनेर के दियारा में पुलिस व अपराधियों के बीच घंटों फायरिंग हुई थी और इसके बाद पुलिस ने कुख्यात अपराधी फौजिया को एके 47 राइफल के साथ गिरफ्तार किया था।
  • वर्ष 2013 में अगमकुआं थाना इलाके में रंगदार डिस्को को पुलिस ने मार गिराया था।
  • वर्ष 2012 में मोकामा में श्यामसुंदर यादव गैंग के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी। इसमें पुलिस ने इस गैंग के सदस्य नागेश्वर यादव को पकड़ा था और उसके पास से हथियार बरामद किये गये थे।
  • वर्ष 2005 में बेली रोड में मुठभेड़ में खगौल का कुख्यात कटोरवा और राजेश की मौत हुई थी।
  • 2005 में उत्तरी बिहार के कुख्यात विक्की ठाकुर को शास्त्रीनगर के डुमरा चौकी के पास मुठभेड़ में मार गिराया गया था। यह डीपीएस के छात्र किसलय के अपहरण में शामिल था।
  • वर्ष 2004 में मोकामा के लदमा गांव में पुलिस मुठभेड़ में आठ अपराधियों को मार गिराया गया।
  • वर्ष 2005 में पटना के कुख्यात गुड्डु शर्मा को दिल्ली में पांडव नगर में मार गिराया गया था। घटना में एक एसटीएफ जवान शहीद हुआ था।
  • वर्ष 2003 में कुख्यात नाटा सिंह को मोकामा में मार गिराया गया था।
  • वर्ष 2002 में कुख्यात नाटा सिंह गैंग के शार्प शूटर सुमन सिंह को मोकामा में मुठभेड़ में मारा था।

आज गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी जायेगी अंतिम विदाई

अपराधियों के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हुए सिपाही मुकेश कुमार को मंगलवार को पटना पुलिस लाइन में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी जायेगी. इस घटना में पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी काफी अहम है। पुलिस रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। अपराधियों ने किस हथियार का इस्तेमाल किया है, इसकी सही जानकारी मिल सकेगी। घटना में शहीद हुए मुकेश के पुलिस साथी काफी दुखी हैं। साथ में चाय-नाश्ता और भोजन करने वाले सहयोगी पुलिसकर्मी इस घटना से काफी आहत हैं।

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