नए शिक्षा सत्र की किताबें जिला मुख्यालय से धानापुर बीआरसी के लिए भेजी गई लेकिन उसे बिछियां कला स्थित कबाड़ की दुकान पर बेच दिया गया। कलेक्ट्रेट जा रहे एसडीएम न्यायिक प्रदीप कुमार की नजर कबाड़ी की दुकान पर पड़ी तो मामला खुला। आनन-फानन में बीएसए समेत खंड शिक्षाधिकारी मौके पर पहुंच गए।

इसके बाद कबाड़ी की दुकान पर मिले करीब 8 कुंतल से अधिक किताबों को जब्त कर मुख्यालय भेजवाया गया। साथ ही प्रकरण की जांच में अधिकारी जुट गए। जिले में 1185 परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत 2 लाख 13 हजार 195 बच्चों को नए शिक्षा सत्र की पुस्तकें वितरित करने के लिए जिले में 16 लाख से अधिक किताबें उपलब्ध हुई हैं।

पुस्तकों को मुख्यालय स्थित बीएसए दफ्तर के बगल में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के कमरों में भंडारण किया गया है। यहां से सभी ब्लॉकों के बीआरसी पर पुस्तकों को भेजने की प्रक्रिया चल रही है। बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित बीएसए कार्यालय से धानापुर बीआरसी के लिए पिकअप पर लादकर किताबों को भेजा गया।

अफसरों का कहना है कि वाहन चालक ने बीआरसी पर न जाकर किताबों के बंडल को बिछियां कला स्थित एक कबाड़ी की दुकान पर बेच दिया। इस बीच कलक्ट्रेट जा रहे एसडीएम न्यायिक प्रदीप कुमार की नजर कबाड़ी की दुकान पर पड़ी। किताबों के बाबत पूछताछ हुई तो मामला सामने आ गया।

इससे बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई। आनन-फानन में अधिकारी कबाड़ी दुकान पर पहुंच गए। इसके बाद कबाड़ी की दुकान से 166 बंडल करीब आठ कुंतल किताब जब्तकर मुख्यालय भिजवा दिया। इसके बाद शिक्षा विभाग जिले में प्राप्त किताबों के साथ ही विभिन्न ब्लॉकों में भेजी गई किताबों का मिलान कराने के साथ ही पूरे प्रकरण की जांच में अधिकारी जुट गए।

बीएसए सत्येंद्र सिंह ने बताया कि कबाड़ी की दुकान से 2020-21 और 2021-22 की किताबें मिली हैं। किताबों को जब्त कर लिया गया है। जिला मुख्यालय और बीआरसी पर भेजी गई किताबों का मिलान किया जा रहा है। वहीं जांच समिति गठित कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई की जाएगी।

प्रकरण की जांच को बनी तीन सदस्यीय समिति

नए शिक्षा सत्र की किताबों को कबाड़ी की दुकान पर मिलने के बाद पूरे प्रकरण की जांच के लिए बीएसए सत्येंद्र सिंह ने तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी है। इसमें डिप्टी बीएसए के साथ ही सदर और सकलडीहा के बीईओ शामिल हैं। जांच के बाद रिपोर्ट गुरुवार तक उपलब्ध कराने का निर्देश है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

लीपापोती में जुटा है विभाग

परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को वितरित होने वाली सरकारी किताब कबाड़ी की दुकान पर मिलने से खलबली मची हुई है। शिक्षा विभाग के अनुसार जिले में प्राप्त किताबों के साथ ही बीआरसी पर भेजी गई किताबों का मिलान किया गया। धानापुर बीआरसी पर किताबें पहुंचने की भी बात कही जा रही है। इस स्थिति में आठ कुंतल के करीब सरकारी किताब कबाड़ी की दुकान पर कहां से पहुंच गई। निश्चित ही इसमें विभाग की ओर से लीलापोती करने का प्रयास किया जा रहा है।

 

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