आईजीआईएमएस में गुरुवार को एक साथ चार कोरोना पॉजिटिव मिले जिनमें से दो पटना के हैं। इनमें एक मीठापुर और एक फाइनेंस कॉलोनी का निवासी है। दोनों इलाकों में पहली बार कोरोना के मरीज मिले हैं। संस्थान से लगातार कोरोना पीड़ितों के मिलने और यहां के डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ के पॉजिटिव पाए जाने के बाद आईजीआईएमएस प्रशासन ने सभी वार्डों को खाली कराने का निर्णय लिया है। वहां से मरीज हटाए जाएंगे। इसके बाद पूरे परिसर की सफाई और सेनेटाइजेशन का काम होगा।
गुरुवार को इस अस्पताल से पाए गए पटना के दो पॉजिटिव में एक आईजीआईएमएस के रेडियोलॉजी विभाग का कर्मी है जबकि दूसरा एक अन्य विभाग का अधिकारी है जो कैंसर का भी मरीज है। कर्मी मीठापुर के न्यू पुरंदरपुर में रहता है। वह आईजीआईएमएस के गैस्ट्रो विभाग में भर्ती छपरा के पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने से संक्रमित हुआ। इससे पहले उस मरीज के संक्रमण से एक नर्स और एक सफाईकर्मी भी संक्रमित होचुकी है। दूसरा मरीज पटना के वार्ड संख्या दो की फाइनेंस कॉलोनी का निवासी है। डॉक्टरों ने उसे वित्त अथवा कृषि विभाग का अधिकारी बताया है। अस्पताल में भर्ती दो अन्य पॉजिटिव में एक वैशाली और दूसरा छपरा का निवासी है। इनमें से एक महिला है। दोनों कैंसर के भी मरीज हैं।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि मरीजों को हटाने की कार्रवाई शुक्रवार से शुरू होगी। शनिवार से अस्पताल की धुलाई और सेनेटाइजेशन का काम होगा। इस कार्य के लिए अस्पताल को रविवार तक बंद करना पड़ेगा। कहा कि भर्ती मरीजों को उनके घर भेजा जाएगा। जो मरीज अति गंभीर होंगे अथवा वेंटिलेटर पर होंगे उनको आईसीयू में रखा जाएगा।
आईजीआईएमएस में अब तक आठ मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। अधीक्षक ने बताया कि आइसोलेशन से जुड़े सभी डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, सफाईकर्मी आदि की भी जांच कराई जाएगी। सिविल सर्जन ने बताया कि पॉजिटिव पाए गए मरीजों के इलाके में बैरिर्केंडग कराने और लोगों को चिह्नित करने का काम शुक्रवार से शुरू होगा। अब पटना में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है।