भागलपुर में गंगा के जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार बीते 24 घंटे से लगभग थमी हुई है। गंगा के जलस्तर में हर पांच घंटे में एक सेमी की दर से वृद्धि हो रही है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, बुधवार की देर शाम सात बजे बरारी घाट में गंगा का जलस्तर 31.96 मीटर था, जो कि गुरुवार की देर शाम सात बजे तक बढ़कर 31.99 मीटर पर पहुंच गया। वार्निंग लेवल 32.68 मीटर से 69 सेमी नीचे बह रही थी गंगा। आयोग का अनुमान है कि अगले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार यही रहेगी।

बाथ थाना क्षेत्र अन्तर्गत करहरिया पंचायत स्थित देशावर मौजा में पांच वर्ष पूर्व लघु जल संसाधन विभाग द्वारा एक करोड़ 85 लाख की लागत से बीयर का निर्माण कराया गया है। इस बीयर के निर्माण से हाहा तटबंध जो इन दिनों नदी में बढ़ते जलस्तर के दबाव से टूट गया है। तटबंध के टूटने से आसपास के खेतों में पानी फैल जाने से फसल बर्बाद होने की संभावना है। इसको लेकर गुरुवार को विधायक ने डीएम और संबंधित विभाग के अधिकारी से बात कर उक्त समस्या का समाधान करने को कहा।

इधर डीएम के निर्देश पर बीडीओ मनोज कुमार मुर्मू स्थलीय जांच करने पहुंचे। बीडीओ ने बताया कि नदी में लगे फाटक की चाबी संबंधित विभाग के पास है। फाटक बंद रहने के कारण पानी के दबाव से कटाव शुरू हो गया है। विभाग के अभियंता फंड की कमी बता रहे हैं। बोरे में बालू डालकर कटाव को रोकने का निर्देश दिया गया है। इधर मुखिया प्रतिनिधि संजीव कुमार सिंह ने बताया कि मनरेगा के जेई भी पहुंचे थे, जिन्होंने बताया कि जियो बैग सिर्फ लघु सिंचाई विभाग के पास उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा एक सप्ताह में ठीक करने का आश्वासन देकर फाटक के स्पेंडल को यह कहकर काटकर ले गए कि इसे ठीक करवाकर लाएंगे। लेकिन चार माह गुजर जाने के बाद भी उसे ठीक नहीं किया जा सका। फलस्वरूप फाटक गिरा हुआ होने के कारण कमजोर हाहा तटबंध और ज्यादा टूट गया। पानी का दवाब बढ़ा तो मुखिया चंदा कुमारी ने किसानों की समस्या विधायक के सामने रखी।

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