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जरा और जर्रा-जर्रा

वो आकर कुछ कह गए,
गिला तो तुमने फिर भी किया।
सिलसिला उनकी चाहत का,
तुमने कौन सा समझ लिया?
वो क्या जरा सा बदले,
तुमने तो अपना जर्रा-जर्रा बदल लिया।
वो गलियां क्या बदलने लगे,
तुमने तो शामो शहर बदलना शुरू कर दिया।
वो खता करके हमारे क्या हुए,
तुमने तो हमसे भी जलना शुरु कर दिया।

इतनी नफरत मत करो,
कि खुद की इजाजत लेनी पड़े।
कम से कम इतना तो मत बदलो,
कि खुद से बगावत करनी पड़े।
अब रहने भी दो, अपनी दोस्ती जताना।
उसने भी छोड़ दिया है कब का,
ख्वाबों में जिंदगी बिताना।
कह तो रही हो किया है प्यार,
तुमने शिद्दत वाला।
जरा फरमा कर देखो खुद से_
क्या किया है कुछ?
हासिल करने को उसको दोबारा?
वो जरा सा क्या बदले,
तुमने तो अपना जर्रा-जर्रा बदल लिया।
वो कमबख्त टूटे दिल को संभाल कर_
हमारे क्या हुए।
तुमने तो हमसे भी चलना शुरू कर दिया।

खुद का सिर्फ सोचकर,
तुमने तो इस_
फकीर से भी दगा किया।
उन्होंने नजरें क्या फेर ली,
तुमने तो अपना नजरिया ही बदल लिया।
ऐसी क्या गुस्ताखी की मैंने खुदा?
जो दो गुस्ताख दिल के बीच,
दी हमारी कहानी रचा?
वो कहती है हाल-ए- जिंदगी क्या सुनाऊं।
अरे रुखसत होना चाहती हूं , इस उनस कहानी से।
अपने मन की व्यथा में कैसे बताऊं?
वो जरा सा क्या बदले,
तुमने तो अपना जर्रा-जर्रा बदल लिया।
वो कमबख्त! बिखरे दिल को संभाल कर
हमारे क्या हुए!
तुमने तो हमसे भी जलना शुरू कर दिया।

अब आओ बताऊं या सुनाऊं,
ना वो थे हमारे, ना हम थे उनके।
तुम ही ने, अपने लफ़्ज़ों से,
हमारा रिश्ता बदल दिया।
वह अलग बात है,
अब वह सांसे लेते हैं_
पर हम उनकी धड़कन बन बैठे हैं।
लफ्ज़ तो उनकी होती है_
हम उनकी बातें बन बैठे हैं।
कतरा कतरा खून का उनका है,
बस हम , उनकी रूह में बसे चुके हैं।
खुदा किसी और को पुकार कर,
ईश्वर की तरह वो हमें है पूजते।
वह अलग बात है,
महफिल तुम्हारे नाम की है।
पर कमबख्त, चर्चे में हम हैं।
नशा तुमसे है_
पर हर नशे में हम हैं।
बदनाम तुम्हारे नाम से है_
पर उनका नाम हम ही से है।
खत कल तक, जो तुम्हारे थे_
आज पता, उन पर मेरा है।
इश्क कल तक ,जो तुम्हारा था_
बसेरा उन पर अब, मेरा है।
बातों-बातों में उन्होंने इश्क का_
हमसे इजहार क्या कर दिया।
तुमने तो ऐतबार करना छोड़ दिया।
वो जरा समझकर, पाख बातें क्या करने लगे।
तुमने तो अपना रिश्ता ही बेपाख कर लिया।
वो जरा सा क्या बदले,
तुमने तो अपना जर्रा-जर्रा बदल लिया।
वो मुस्कुरा कर हमारे क्या हुए,
तुमने तो हमसे अपना अल्फाज ही बदल लिया,
वो इतरा कर हमारे क्या हो गए_
तुमने तो हमसे भी जलना शुरु कर दिया।

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