Nisarga Cyclone

Cyclone Nisarga : आज दस्तक देगा निसर्ग तूफान, महाराष्ट्र में NDRF की 20 टीमें तैनात

चक्रवाती तूफान निसर्ग बुधवार को महाराष्ट्र के तट से टकराएगा। तबाही के मद्देनजर मुंबई और गुजरात में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कियह गंभीर रूप धारण कर सकता है। इस बीच, देर शाम से महाराष्ट्र में भारी बारिश भी शुरू हो गई। इस तूफान से पालघर और रायगढ़ स्थित केमिकल और परमाणु संयत्र पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है। इनकी सुरक्षा के लिए सावधानियां बरती जा रही हैं। पालघर में देश का सबसे पुराना तारापुर एटॉमिक पॉवर प्लांट है। वहीं, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों से 40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। महाराष्ट्र में लोगों को तटीय इलाकों में जाने से रोका गया है।

Nisarga Cyclone in Maharashtra

  • साइक्लोन निसर्ग की वजह से महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की 20 टीमों को तैनात किया गया। मुंबई में आठ टीमें, रायगढ़ में पांच टीमें, पालघर में दो, ठाणे में दो, रत्नागिरी में दो और सिंधुदुर्ग में एक टीम को तैनात किया गया है।
  • एनडीआरएफ ने दोनों राज्यों के तटीय जिलों में 33 टीमें तैनात की हैं। वहीं नौसेना के मुंबई ्सि्थत पश्चिम कमान ने भी अपनी सभी टीमों को अलर्ट कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र, गुजरात के मुख्यमंत्रियों से बातकर मदद का भरोसा दिया।
  • भारत के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र और गहरा हो गया है। चक्रवात निसर्ग के बुधवार को देर शाम तक उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों तक पहुंचने का अनुमान है। हालांकि, अम्फान के मुकाबले निसर्ग थोड़ा कमजोर है, लेकिन आपदा प्रबंधन दल इसके लिए भी कमर कस चुके हैं। एनडीआरएफ के दल दोनों राज्यों में तटीय इलाकों से लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं। वे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और जागरूक करने का काम कर रहे हैं।
  • तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा होगी: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात निसर्ग के बुधवार को दक्षिण गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तट से होकर गुजरने का अनुमान है। उस समय 105 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। दक्षिण गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में इस दौरान अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। वहीं, तेज हवाओं से सैकड़ों पेड़, बिजली के खंभों और दूरसंचार टावर उखड़ने की आशंका है।
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