वैश्विक स्तर पर कोरोना के डेल्टा वैरियंट के तीव्र फैलाव के बावजूद घरेलू स्तर पर इसके सीमित दायरे में रहने से अर्थव्यवस्था के तेजी से गति पकड़ने की उम्मीद में हुई चौतरफा लिवाली के बल पर बीते सप्ताह शेयर बाजार नये शिखर पर पहुंच गया। अगले सप्ताह भी बाजार में तेजी की उम्मीद की जा रही है, लेकिन विश्लेषकों ने तीव्र गिरावट की आशंका भी जताई है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, सकारात्मक आर्थिक आंकड़े आर्थिक पुनरूद्धार का संकेत दे रहे हैं। दीर्घकाल में बाजार में तेजी बने रहने की संभावना है। हालांकि, अल्पकाल में गिरावट से इनकार नहीं किया जा सकता।

वैश्विक रुख पर होगी निवेशकों की नजर

सैमको सिक्योरिटीज की इक्विटी प्रमुख निराली शाह ने कहा, ज्यादातर घरेलू कंपनियों के पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम उम्मीद के मुकाबले बेहतर रहे हैं। बड़ी गतिविधियों के अभाव में वैश्विक रुख बाजार की चाल तय करेंगे। स्वास्तिक इनवेस्टमेंट के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को जारी किये जाएंगे। ”इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों के रुख और डॉलर सूचकांक पर भी बाजार की नजर होगी। शेयर बाजार बृहस्पतिवार को मुहर्रम के अवसर पर बंद रहेगा।

तेजी भी जारी रहने का अनुमान

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ”शेयर बाजार में तेजी का रुख जारी रह सकता है। इसका कारण कोविड-महामारी की रोकथाम के लिए विभिन्न राज्यों में लगायी गयी पाबंदियों में तेजी से दी जा रही ढील है। ज्यादातर कंपनियों के जून तिमाही के वित्तीय परिणाम आ गये हैं और उम्मीद से बेहतर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये की प्रवृत्ति और विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुख तथा ब्रेंट क्रूड पर भी निवेशकों की नजर होगी।

शीर्ष आठ कंपनियों का पूंजीकरण 1.6 लाख करोड़ बढ़ा

देश के 10 सर्वाधिक मूल्यवान कंपनियों में से आठ के बाजार पूंजीकरण में पिछले सप्ताह कुल 1,60,408.24 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। शेयर बाजारों में तेजी के बीच बाजार पूंजीकरण (एमकैप) के लिहाज से सर्वाधिक लाभ में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और रिलायंस इंडस्ट्रीज रहीं। टीसीएस का एमकैप पिछले सप्ताह में 56,133.1 करोड़ रुपये बढ़कर 12,80,574.59 करोड़ रुपये पहुंच गया। कंपनी एमकैप के हिसाब से सर्वाधिक लाभ में रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज की बाजार हैसियत 35,310.7 करोड़ रुपये बढ़कर 13,59,652.06 करोड़ रुपये पहुंच गई। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस और कोटक महिंद्रा बैंक का स्थान रहा।

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