हथियारों का जखीरा मिला

बिहार के औरंगाबाद और गया जिले के बॉर्डर पर चलाये जा रहे सर्च ऑपेरशन में टीम ने 27 शक्तिशाली आईईडी बरामद की है।सूत्रों के अनुसार पुलिस को एक हैंड ग्रेनेड व एक जैकेट मिला है जो नक्सली जोनल कमांडर संदीप यादव का बताया जा रहा है। रविवार को ऑपेरशन के दौरान इसे बरामद किया गया और आगे अभियान को जारी रखा गया है। पिछले कई दिनों से 10 टीमों को इसमें लगाया गया है जिसमें सीआरपीएफ और कोबरा जवान शामिल हैं।

एक रास्ते पर इन आईईडी को लगाया गया था जिसके लिए कोडेक्स वायर का उपयोग किया गया था। जवानों की नजर इस पर पड़ी जिसके बाद बमों को बाहर निकाला गया। हालांकि सुरक्षा कारणों से इसे डिफ्यूज नहीं किया गया और इसकी जानकारी बम निरोधक दस्ते को दी गई। बताया जाता है कि टीम को कुछ अन्य जगहों पर भी आईईडी लगे होने की जानकारी मिली है जिसके लिए ऑपेरशन जारी रखा गया है। गया जिले के आमस थाना के बन्दरी झाला के समीप से इसे बरामद करने की बात कही जा रही है। यह जगह डुमरी नाला के उपर है जहां पूर्व में आईईडी ब्लास्ट में दस कोबरा जवानों को शहादत देनी पड़ी थी।

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एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी ऑपेरशन जारी है। एएसपी ने बताया कि टीम जंगली इलाके में अंदर गई है और सोमवार को लौटेगी।

हत्या का आरोपित नक्सली गिरफ्तार

औरंगाबाद/ओबरा। ओबरा थाना क्षेत्र के कुशा गांव से रविवार की सुबह दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से एक राइफल, एक थर्नेट (देसी बंदूक), 315 बोर की एक गोली बरामद हुई । गिरफ्तार नक्सलियों में ओबरा थाना के कुशा गांव का बबन यादव और नरेश यादव शामिल है। खुदवां थाना पुलिस, ओबरा थाना, एसटीएफ, चीता की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कुशा गांव में नरेश यादव के घर पर छापेमारी की थी। यहां किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से नक्सलियों के जमा होने की सूचना पर पुलिस टीम पहुंची थी। छापेमारी के क्रम में दो नक्सली पकड़े गए जबकि तीन भाग निकले।

पिसाय बम विस्फोट में थी बबन व नरेश की भूमिका

पिसाय गांव के जिला परिषद पति सुशील पांडेय सहित सात लोगों की बम विस्फोट से हत्या करने में बबन यादव और नरेश यादव की भूमिका थी। पिसाय मोड़ के समीप ही कुछ साल पहले आईईडी लगा विस्फोट किया गया था, जिसमें सुशील पांडेय सहित कुल सात लोगों के परखच्चे उड़ गए थे। इन लोगों के द्वारा बम विस्फोट में शामिल कई लोगों को पनाह दी गई थी और बम लगाने का काम भी इनके द्वारा किया गया था।

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