2भारत में भी देखा जा सकता

हर साल तीन बार जनवरी, जुलाई,और दिसंबर के महीने में उल्काओ की ऐसी बौछार होती है। जुलाई के इस उल्का पात को Perseids Meteor Shower कहते है। इसे देखने का सही समय है मध्य रात्रि के बाद और सुबह का उजाला फूटने के पहले। इसके लिए आसमान का साफ होना जरूरी है। पर भारतीय मौसम विभाग का पूर्वानुमान है की उस दिन आसमान बादलों से आच्छादित होगा। इसलिए संभव है की भारत में ये आंशिक रूप से दिखे। पर अगर आकाश साफ़ रहा तो इस उल्कापात को भारत में भी देखा जा सकता है।

तो बात यही साफ़ हो जाती है कि 12  अगस्त को रात नहीं होने की बात बिलकुल अफवाह है।हाँ ये कहा जा सकता है 12 अगस्त की रात आसमान अन्य रातों की अपेक्छा अधिक उजला होगा। इसलिए अफवाहों पर नहीं जाए अपनी अक्ल लगायें।

 

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