8. खुदाबक़्श लाइब्रेरी
अशोक राजपथ पर स्थित यह राष्ट्रीय पुस्तकालय 1891 में स्थापित हुआ था। खुदाबक़्श पुस्तकालय की शुरुआत मौलवी मुहम्मद बक़्श जो छपरा के थे उनके निजी पुस्तकों के संग्रह से हुई थी। भारत सरकार ने संसद में 1969 में पारित एक विधेयक द्वारा इसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में प्रतिष्ठित किया है। यहाँ अतिदुर्लभ मुगल कालीन पांडुलपियाँ संग्रहित हैं। खुदाबक़्श ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी राजपूत और मुगलकालीन पेंटिंग्सु, कुरान की अद्भुत प्रति, अरबी और फारसी पांडुलिपि तथा प्रमाणिक संग्रह के लिए अद्वितीय है।
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