Patna Police Caught Looting People at night | The Bihar News
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सावधान रहिये, रात में संभल कर चलिए, लूट लेती है पटना पुलिस, जानिए क्या है मामला

रात में सुनसान सड़क पर पुलिस की जीप खड़ी मिले तो पूरी तरह महफूज न समझे, थोड़ा सावधान भी रहें, क्योंकि पटना पुलिस कभी-कभी लूट भी लेती है। जी हां, गांधी मैदान थाने के दारोगा विद्यानंद यादव और दो सिपाही मो. नौशाद आलम और मोती राम ने चालक विरेंद्र कुमार के साथ मिलकर ऐसी ही ओछी हरकत की है, जिससे पूरा महकमा शर्मसार हो गया।

शिकार हुए सुधीर कुमार ने जब घटना की जानकारी पुलिस कप्तान मनु महाराज को दी, तब जांच शुरू हुई। दोषी पाए जाने पर आरोपित सिपाही मोती राम और नौशाद एवं अनुबंध चालक वीरेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। हालांकि आरोपित दारोगा भागने में सफल रहा।

एसएसपी ने कहा कि खाकी पर दाग लगाने वाले पुलिसकर्मियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। फरार दारोगा की तलाश जारी है।

चिरैयाटांड पुलिस के नीचे हुई घटना

पुनाईचक का रहने वाला सुधीर कुमार सब्जी और फल की सप्लाई करता है। सोमवार की रात वह बख्तियारपुर से पिकअप वैन पर हरा चना लेकर आया था। चिरैयाटांड पुल के नीचे एक होटल में उसने खाना खाया और गाड़ी में बैठने से पहले सड़क किनारे मूत्र त्याग रहा था। तभी दो मोती राम और नौशाद आए और उसे पीछे से पकड़ लिया। पूछताछ की, फिर गंदी-गंदी गालियां देकर रुपये मांगने लगे।

150 रुपये में नहीं मिली संतुष्टि

रुपये मांगने के क्रम में दोनों सिपाहियों ने सुधीर के साथ लप्पड़-थप्पड़ भी कर दिया। साथ ही शराब या हथियार बरामद करने के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी। सुधीर की नजर सड़क किनारे अंधेरे में खड़ी पुलिस जीप पर पड़ी तो उसने जेब से 150 रुपये निकालकर दे दिए। लेकिन इतने में लालची पुलिसकर्मियों का मन नहीं भरा।

नौशाद ने उसके हाथ पकड़ लिए और मोती राम जेब की तलाशी लेने लगा। पैंट की जेब में और 2150 रुपये थे, जिसे दोनों सिपाहियों ने लूट लिए।

दारोगा ने भी दी केस में फंसाने की धमकी

सुधीर के मुताबिक लूटे जाने के बाद उसके पास घर जाने के लिए एक रुपया नहीं बचा था। वह सिपाहियों के पीछे-पीछे जीप के पास पहुंचा। उसपर चालक वीरेंद्र और दारोगा विद्यानंद यादव बैठे थे। सुधीर ने दारोगा से भाड़े के लिए 50 रुपये वापस देने को कहा तो वह भड़क उठा।

उसने सिपाहियों से सुधीर को पकड़कर जीप में बैठाने की बात कही और बोला कि इसे किसी केस में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाए। इतना सुनते ही सुधीर की हालत पतली हो गई और वह वहां से भाग गया।

कोतवाली में पहुंच की शिकायत

घटना के बाद सुधीर ने हिम्मत जुटाकर कोतवाली थाने पहुंचा और आपबीती सुनाई। ओडी पदाधिकारी ने उसे कुछ पुलिसकर्मियों के साथ घटनास्थल पर भेजा, लेकिन तब तक आरोपित फरार हो चुके थे। मालूम हुआ कि घटनास्थल गांधी मैदान थाना क्षेत्र में है। इसके बाद उसे गांधी मैदान थाना भेजा गया। इस बीच मामले की जानकारी एसएसपी को भी दी गई।

डीएसपी ने की जांच

एसएसपी के निर्देश पर सिटी एसपी (सेंट्रल) अमरकेश डी ने मामले की जांच टाउन डीएसपी एसए हाशमी ने की। उन्होंने मंगलवार को सुधीर को गांधी मैदान थाने पर बुलाया और आरोपितों की पहचान कराई। उसने थाने में मौजूद दो आरोपित सिपाहियों और अनुबंध चालक की शिनाख्त कर ली, लेकिन दारोगा भाग गया था।

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