तीनों केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर (सिंघु, टीकरी, शाहजहांपुर और गाजीपुर) पर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। इस बीच बृहस्पतिवार (22 जुलाई) से आगामी 9 अगस्त तक जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति दिल्ली पुलिस की ओर से मिल गई है। बताया जा रहा है कि उपराज्यपाल अनिल बैजल के निर्देश पर दिल्ली पुलिस और किसान प्रदर्शनकारियों के बीच सहमति बनी। दिल्ली पुलिस की ओर से अनुमति के तौर पर 200 प्रदर्शनकारी 9 अगस्त तक रोजाना जंतर-मंतर पर सुबह 11 से शाम 5 बजे तक प्रदर्शन कर सकेंगे।

ऑफ ड्यूटी वाले पुलिस कर्मी भी जंतर मंतर पर होंगे तैनात
कृषि सुधार कानूनों के विरोध में जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति प्रदर्शनकारियों को मिलने के बाद दिल्ली पुलिस चौकन्नी हो गई है। बुधवार देर शाम को पुलिस मुख्यालय से आदेश जारी कर कहा गया है कि जो पुलिस कर्मी आफ ड्यूटी पर हैं उन्हें भी जंतर मंतर पर बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे वर्दी में तैनात होना होगा । इसके अलावा जो पुलिस कर्मी दिल्ली में अपने घर में हैं और एक घंटे में जंतर मंतर पहुंच सकते हैं। उन्हें किसी भी जंतर मंतर बुलाया जा सकता है। आदेश में कहा गया है कि सभी पुलिस कर्मी सभी यूनिट के दंगा रोधी गतिविधियों को रोकने तैयार रहेंगे । इसके लिए आंसू गैस के गोले, लाठी आदि वो अपने साथ लेकर ड्यूटी पर तैनात होंगे ।

बताया गया है कि दिल्ली पुलिस की निगरानी में बस के जरिये प्रदर्शनकारी जंतर मंतर पर प्रदर्शन के लिए पहुंचेंगे।दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर से रोजाना बसों के जरिये दिल्ली आएंगे। इसके अलावाक, एक एसयूवी में 6 किसान नेता अलग से पहुंच सकेंगे। तय अवधि के बाद सभी प्रदर्शनकारियों को दिल्ली की सीमा पर भेज दिया जाएगा।

वहीं, प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली मेट्रो को 7 मेट्रो स्टेशनों पर अतिरिक्त निगरानी रखने के निर्देश जारी किए हैं। दिल्ली पुलिस ने इसके अलावा जरूरत पड़ने पर उन्हें बंद करने का भी निर्देश दिया हुआ है। यह निर्देश रविवार को ही दिल्ली पुलिस की ओर से जारी हो गया है।

इस तरह किए गए हैं सुरक्षा के इंतजाम

बृहस्पतिवार से संसद घेराव के मद्देनजर दिल्ली पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। नई दिल्ली जिले में तकरीबन प्रत्येक मार्ग पर मजबूत बैरिकेडिंग कर भारी संख्या में दिल्ली पुलिस व पैरामिलिट्री की तैनाती  है।

पुलिस आयुक्त बालाजी श्रीवास्तव ने बुधवार देर शाम पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी कर कहा कि जो पुलिसकर्मी छुट्टी पर हैं, उन्हें भी गुरुवार सुबह आठ बजे वर्दी में जंतर-मंतर पर पहुंचना होगा। वहीं, जो पुलिसकर्मी दिल्ली में घर पर हैं और एक घंटे में जंतर-मंतर तक पहुंच सकते हैं, उन्हें कभी भी वहां बुलाया जा सकता है।

उधर, कृषि कानून के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन को लेकर राकेश टिकैत ने साफ कहा कि अगर पुलिस परमिशन नहीं देती है, तो कोई बात नहीं हम जरूर जाएंगे चाहे हमें गिरफ्तार कर लें।

उधर, 26 जनवरी की हिंसा को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी को आखिरकार ऐसा क्या हुआ था? हमने तो इनसे रिंग रोड मांगी थी, लेकिन उन्होंने तब अनुमति नहीं दी. यही लाल किले पर ले गए थे उन्होंने ही रास्ता बंद किया था और गांव के लोगों को रास्ते का पता नहीं था।

Facebook Comments