43 साल के लम्बे अंतराल के बाद खिताब जीतने के मजबूत लक्ष्य के साथ उतरे भारत ने विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट में अपने अभियान की शानदार शुरुआत करते हुए बुधवार को कलिंगा स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका को ग्रुप सी मुकाबले में 5-0 से पीट दिया। विश्व रैंकिंग में पांचवें नंबर की टीम भारत ने 15 वीं रैंकिंग के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पूरे मैच में दबदबा बनाये रखते हुए बेहतरीन जीत अपने नाम की। भारत की जीत में मनदीप सिंह ने 10वें, आकाशदीप सिंह ने 12वें, सिमरनजीत सिंह ने 43वें और 46वें तथा ललित उपाध्याय  ने 45वें मिनट में गोल किये। सिमरनजीत को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।

भारत ने मुकाबले में तेज तर्रार शुरुआत की और 12वें मिनट तक ही 2-0 की बढ़त बना ली। भारत ने पहले क्वार्टर में दो गोल किये लेकिन उसे दूसरे क्वार्टर में कोई गोल करने में कोई कामयाबी नहीं मिली। हालांकि दूसरे क्वार्टर में भारत ने एक पेनल्टी कार्नर और कुछ नजदीकी मौके भी गंवाए। भारतीय कोच हरेंद्र सिंह ने इस मुकाबले में अपनी सर्वश्रेष्ठ एकदश उतारी और खिलाड़ियों ने अच्छी शुरुआत से अपने कोच को निराशा नहीं किया। दरअसल पहले 10 मिनट में भारत ने लगातार हमलों से दक्षिण अफ्रीका के डिफेंस को झकझोर दिया।

भारत को पहले गोल के लिए ज्यादा इन्तजार नहीं करना पड़ा। 15 हजार दर्शकों से खचाखच भरे कलिंगा स्टेडियम में भारतीय खिलाड़ियों के हर मूव पर दर्शकों का शोर आसमान को छू रहा था। 10वें मिनट में मिले पेनल्टी कार्नर पर आकाशदीप सिंह ने बॉल को सर्कल में भेजा और हरमनप्रीत सिंह ने शॉट लिया लेकिन शॉट को रोक लिया गया। रिबाउंड पर मिली गेंद पर मनदीप सिंह ने दो टच के बाद गेंद को गोल की दिशा दिखा दी।

पहले गोल के दो मिनट बाद ही 12वें मिनट में आकाशदीप ने भारत को 2-0 से आगे कर दिया। आकाशदीप ने सर्कल में मिली गेंद को संभालने के बाद दूसरा गोल दागने में कोई गलती नहीं की। दूसरा क्वार्टर शुरू होते ही भारत को पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत के शॉट को दक्षिण अफ्रीका के डिफेंडर ने बचा लिया। इस बीच दक्षिण अफ्रीका ने भी एक मौका बनाया लेकिन भारतीय गोली पीएआर श्रीजेश ने दक्षिण अफ्रीका को कामयाब नहीं होने दिया। भारतीय जूनियर टीम से सीनियर टीम में आये नीलकांत शमार् को एक बेहतरीन मूव पर शानदार मौका मिला लेकिन वह गेंद को बाहर मार बैठे।

भारतीय टीम का उत्साह बढ़ाने पूर्व कप्तान और सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर धनराज पिल्लै भी पहुंचे हुए थे। दूसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ और भारतीय टीम आधे  समय तक 2-0 से आगे थी। तीसरे क्वार्टर  की शुरुआत में भी भारत को पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत का शॉट बाहर चला गया। तीसरा क्वार्टर चल रहा था और 42वें मिनट में दक्षिण अफ्रीका को पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन भारतीय डिफेंडरों ने खतरा टाल दिया। इसके बाद जवाबी हमलों में भारत ने ताबड़तोड़ दो गोल करते हुए तीसरे क्वार्टर की समाप्ति तक स्कोर 4-0 पहुंचा दिया।

मनदीप सिंह ने 43 वें मिनट में शानदार दौड़ लगते हुए सर्कल में लाइन के करीब पहुंच कर गोल के सामने बेहतरीन क्रॉस दिया और सिमरनजीत सिंह को गेंद को सिर्फ गोल की दिशा दिखानी थी और यह काम उन्होंने आसानी से कर दिया। भारत अब 3-0 से आगे हो चुका था। तीसरे क्वार्टर के आखिरी मिनट में एक और हमले में आकाशदीप ने डी के बाहर से करारा शॉट लगाया और ललित उपाध्याय ने शानदार डिफ्लेक्शन से गेंद को गोल में पहुंचा दिया। भारत ने तीसरे क्वार्टर का समापन 4-0 के स्कोर के साथ किया।

चौथा क्वार्टर शुरू हुआ और भारत का दबाव बदस्तूर जारी रहा और भारत ने 46वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर पांचवां गोल दाग दिया। इस पेनल्टी कार्नर पर भारत ने विविधता का इस्तेमाल किया। हरमनप्रीत ने गेंद वरुण को दी जिन्होंने गेंद सिमरनजीत के पास खिसकायी और सिमरनजीत ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। भारत ने 5-0 के स्कोर के साथ मैच समाप्त किया और अपने उपकप्तान चिंगलेनसाना सिंह कंगुजम को उनके 200वें अंतरार्ष्ट्रीय मैच में जीत का तोहफा दिया।

Facebook Comments