बिहार: कोरोना काल में बिजली चोरी और बिल नहीं जमा करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू

बिजली बिल का भुगतान नहीं करेंगे तो कनेक्शन कटवाने के लिए तैयार रहें। बिजली कंपनी ने इसकी तैयारी कर ली है। जून से कंपनी इस पर एक बार फिर से अमल करने की तैयारी में है। फिलहाल कंपनी बिजली चोरों पर मुकदमा शुरू कर दिया है।

दरअसल, कोरोना के कारण लॉकडाउन होने पर बिजली कंपनी की सभी गतिविधियां ठप थी। बिलिंग काउंटर बंद होने के कारण लोगों के समक्ष केवल ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने का ही विकल्प था। लेकिन अप्रैल और मई में कंपनी के राजस्व में भारी गिरावट आई। औसतन कंपनी को 800 करोड़ तक की आमदनी हो जाती थी पर इन दो महीनों में यह वसूली 60 फीसदी तक ही हुई। जबकि बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या अधिक होने के कारण बिजली खपत में कोई कमी नहीं आई। अधिक गर्मी होने पर राज्य में 4 हजार मेगावाट से अधिक बिजली की आपूर्ति हो रही है। आपूर्ति में कमी नहीं होने के कारण कंपनी के समक्ष वित्तीय संकट उत्पन्न होने का खतरा हो गया। इसे देखते हुए ही कंपनी ने मई में मीटर रीडिंग और बिजली बिल के भुगतान के लिए काउंटर खोल दिए।
हालांकि बिल काउंटर खुलने के बाद राजस्व में थोड़ा इजाफा हुआ है। लेकिन लॉकडाउन से पहले की गति अब भी नहीं आ रही है। इसे देखते हुए कंपनी ने एसटीएफ के माध्यम से बिजली चोरों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है।

सूत्रों के अनुसार, बिना कोई लिखित आदेश के ही मुख्यालय के अधिकारी सर्किल में तैनात एसटीएफ के अधिकारियों को बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दे चुके हैं।  इसके आलोक में राज्य के कई जिलों में एक सप्ताह में बिजली चोरी के खिलाफ मुकदमा किया जा चुका है। अगले चरण में बिल भुगतान नहीं होने पर डिस्कनेक्शन का काम भी शुरू होगा। केंद्र सरकार की ओर से अनलॉक एप की घोषणा के बाद अब इसकी संभावना प्रबल हो गई है।

 

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