Buy this on Dhanteras this year | The Bihar News
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केदार योग में धनतेरस पर होगी खरीदारी, मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा, पढ़े किस राशि वाले क्या खरीदें

पवित्र कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष त्रयोदशी मंगलवार को राजधानी सहित पूरे प्रदेश में पांच दिवसीय दीपोत्सव शुरू हो जाएगा। धनतेरस पर ग्रह-गोचरों के बढ़िया संयोग बनने से इस बार मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसेगी। इस दिन लक्ष्मी, गणेश, कुबेर और यम की पूजा की जाएगी। मान्यता है कि धनतेरस पर खरीदी गयी संपत्ति में तेरह गुणा वृद्धि हो जाती है। धनतेरस पर ही भगवान धन्वंतरी की जयंती भी मनेगी।

ज्योतिषाचार्य पीके युग के अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी मंगलवार को धनतेरस पर ग्रह-गोचरों का बढ़िया संयोग बन रहा है। इस बार सभी ग्रहों के चार भाव में रहने से केदार योग का संयोग बना है, जबकि चंद्रमा के दूसरे भाव में शुक्र के रहने से सुनफा योग बनेगा। ज्योतिषाचार्य प्रियेन्दु प्रियदर्शी के अनुसार धन को तेरह गुणा बढ़ाने वाली वैदिक और पौराणिक विधि है धनतेरस। आचार्य प्रियदर्शी के अनुसार धनतेरस पर लक्ष्मी -गणेश की प्रतिमा पर तुलसी के रस, हल्दी और ईत्र के छिड़काव से धन सौभाग्य की वृद्धि और कर्ज से मुक्ति मिलेगी।

पांचों दिन पांच-पांच दीये जलाएं : धनतेरस से ही पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत हो जाती है। इस दौरान पांच देवताओं, गणेश जी, मां लक्ष्मी, ब्रह्मा, विष्णु और महेश की पूजा होती है। आचार्य प्रियदर्शी ने बताया कि इन पांचों दिन पांच-पांच दीये जलाने से पांचों देवताओं की कृपा मिलती है। धनतेरस के अगले दिन छोटी दीपावली, हनुमान जयंती, और उसके अगले दिन दीपावली, फिर गोवर्द्धन पूजा और पांचवें दिन भैयादूज मनाया जाएगा।

खरीदारी के शुभ मुहूर्त

सुबह 6.08 से 9.17 बजे तक
दोपहर 12.40 से 3.25 बजे तक
शाम में 5.25 से रात 9.17 बजे
स्थिर वृष लग्न में :- शाम 7.30 बजे से रात 9.17 बजे तक
प्रदोष काल मुहूर्त: शाम 5.45 बजे से रात 8.17 बजे तक

राशियों के लिए शुभ मुहूर्त
मेष, कर्क, तुला और मकर: दोपहर 1.50 से 2.30 बजे तक
वृष, सिंह, वृश्चिक और कुंभ: दोपहर 3.20 से शाम 4.50 बजे तक
मिथुन, कन्या, धनु और मीन: शाम 4.50 से 6.10 बजे तक

राशि के अनुसार खरीदारी

मेष: सोना, पीतल, स्टील बर्तन, कांस्य प्रतिमा ’
वृष: चांदी, अल्युमिनियम, शृंगार प्रसाधन के सामान ’
मिथुन: सोना,तांबा, लोहा, लक्ष्मी-गणेश की कांसे की प्रतिमा
कर्क: चांदी के चेन,स्टील, फ्रिज
सिंह: सोना, कांसा, पढ़ने का मेज,
कन्या: सोना,पीतल, गणेश प्रतिमा, इलेक्ट्रिक के सामान ’
तुला: हीरे की अंगूठी, चांदी, शृंगार के सामान
वृश्चिक: सोना, तांबा, वाहन,
धनु: सोना, पीतल, कांसा की प्रतिमा ’
मकर, कुंभ: लोहा,स्टील के सामान, आलमीरा ’
मीन: सोना, पीतल, एक्वेरियम और फ्रिज

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