स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा बिहार में नए फार्मेसी कॉलेज खोले जाएंगे। राज्य में पर्याप्त मेडिकल कॉलेज नहीं हैं। यहां केवल दो सरकारी व चार निजी फार्मेसी कॉलेज हैं।
गुरुवार को बीआईए सभागार में इंडियन फार्मेसी ग्रेजुएट एसोसिएशन द्वारा आयोजित फार्मेसी सप्ताह समारोह का उद्घाटन करते हुए श्री पाण्डेय ने कहा कि ड्रग लेबोरेट्री को दुरुस्त किया जा रहा है। छह माह में एम्स पटना में सेन्ट्रल ड्रग लेबोरेट्री खोला जाएगा। सरकार ड्रग इंस्पेक्टरों के वेतन में वृद्धि करेगी और उनको प्रोन्नति भी देगी, लेकिन सरकार ने जो जिम्मेवारी उन्हें दी है उसे निभाना होगा। सरकार इनको सुविधा देगी तो काम भी लेगी।
मंत्री ने कहा कि सभी जिलों में ड्रग इंस्पेक्टर के अलग ऑफिस खोले जाएंगे। कहा कि दवा निर्माता कंपनियां जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए दवा का निर्माण करें न कि मुनाफे को देखकर। कहा कि प्रधानमंत्री की पहल पर दवाओं की कीमत में गिरावट आई है। एसोसिएशन के महासचिव एसपी सिंह ने कहा कि सरकार फार्मासिस्टों की बहाली अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक करे। फार्मेसी छात्रों का स्टाइपेंड 20 हजार किया जाए। औषधियों का क्रय स्थानीय औषधि निर्माताओं से भी किया जाए। समारोह में वर्ष 2016-17 के विश्व फार्मासिस्ट दिवस की विजेता सोफिया तरन्नुम, प्रियंका भारती और अर्सेस राज को सम्मानित किया गया। ड्रग कंट्रोलर रवीन्द्र कुमार सिन्हा, सहायक ड्रग कंट्रोलर टीपी गुप्ता, एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद कुमार, सचिव श्रीपति सिंह, सुधीर सिंह, सुभाष कुमार ने भी विचार रखे।

 

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